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Sheep Farming कमाई के लिए अव्वल दर्जे की भेड़ की 3 नस्लें: जानें नाम और कमाएं लाखों का प्रॉफिट

Learn about the top 3 sheep breeds for profitable farming, their wool, meat, and milk production. Discover how to earn lakhs from sheep farming.

Sheep Farming भेड़ पालन का महत्व

भेड़ पालन आज के समय में बहुत बड़ी मात्रा में किया जाता है। कई लोग भेड़ का पालन ऊन के लिए करते हैं तो कई मांस के लिए। खास तौर पर ऊन के लिए भेड़ पालन एक लाभदायक व्यवसाय है। भारत में भेड़ की लगभग 44 नस्लें पाई जाती हैं, लेकिन इनमें से तीन खास नस्लें ऐसी हैं जो अधिक मात्रा में ऊन देती हैं और किसानों को अच्छा मुनाफा दिलाती हैं। आइए, इन तीनों नस्लों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

1. गुग्नी नस्ल की भेड़

ऊन की पैदावार

गुग्नी नस्ल की भेड़ से साल भर में तीन बार ऊन काट सकते हैं। यह नस्ल औसतन 1 से 1.5 किलो ऊन सालाना देती है। भेड़ का ऊन बेचकर अच्छी कमाई की जा सकती है।

2. मारवाड़ी नस्ल की भेड़ Sheep Farming

ऊन और मांस की पैदावार

मारवाड़ी नस्ल की भेड़ से साल भर में 1.5 से 2.5 किलो ऊन प्राप्त होता है। इस नस्ल की भेड़ का पालन मांस के लिए भी किया जाता है, जो मार्केट में महंगा बिकता है और इसकी डिमांड भी ज्यादा रहती है।

3. जैसलमेरी नस्ल की भेड़

ऊन, मांस और दूध की पैदावार

जैसलमेरी नस्ल की भेड़ ऊन, मांस और दूध तीनों के लिए पाली जाती है। इस नस्ल से साल भर में लगभग 750 ग्राम ऊन प्राप्त होता है। भेड़ का दूध और मांस भी मार्केट में महंगा बिकता है और इसकी डिमांड ज्यादा रहती है।

भेड़ पालन के फायदे

  1. ऊनी उत्पाद: भेड़ की ऊन से बने उत्पाद मार्केट में अच्छी कीमत पर बिकते हैं।
  2. मांस: भेड़ का मांस महंगा बिकता है और इसकी डिमांड भी काफी होती है।
  3. दूध: कुछ नस्लों की भेड़ों से दूध भी प्राप्त होता है जो मार्केट में अच्छी कीमत पर बिकता है।

Sheep Farming प्रमुख नस्लें और उनकी पैदावार

नस्लऊन (किलो/साल)मांसदूध
गुग्नी1 – 1.5नहींनहीं
मारवाड़ी1.5 – 2.5हांनहीं
जैसलमेरी0.75हांहां

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